tag:blogger.com,1999:blog-6921374735243766405.post4057265736534243468..comments2023-02-12T10:28:44.855+05:30Comments on दुनियाँ मेरे आगे: Oh My God: भगवान की सही व्याख्या Anupam Dixithttp://www.blogger.com/profile/07956766821087716544noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-6921374735243766405.post-5776396046059239442013-07-16T15:14:27.470+05:302013-07-16T15:14:27.470+05:30"भगवान का असली स्वरूप तो प्राणियों में है। दे..."भगवान का असली स्वरूप तो प्राणियों में है। देखने के लिए ज्ञान चक्षु नहीं प्रेम की दृष्टि चाहिए।" ...... सहमत हूँ। <br /><br />संक्षेप में काफी कुछ कहते हैं आप। साधु!<br /><br />आपकी इस फिल्म समीक्षा से आपके लेखन का उत्फ लेना शुरू कर रहा हूँ। प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.com