16 दिस॰ 2012

तेल की धार देखो ............

प्रधान मंत्री जी कह रहे हैं की तेल का बिल , शिक्षा और स्वस्थ्य के बिल से ज्यादा है और इसे कम करके इन क्षेत्रों में लगाना जरूरी है । उत्तम विचार है। आखिर स्वस्थ्य और शिक्षा क्षेत्रों में पैसा है ही कहाँ जिसे खाया जा सके ! इन क्षेत्रों में जरा सा घोटाला करो नहीं की पकड़ में आ जाता है। कोई मंत्री स्वस्थ्य और शिक्षा का विभाग नहीं लेना चाहता और ना ही कोई कॉर्पोरेट इनके लिए लॉबीइंग करता है। अब तेल का पैसा आएगा तो हालत सुधरेंगे। अब ज़रा देखिये ना अभी यूपी में जो घोटाला हुआ है उसमें कितनी जानें चली गईं हैं। CMO भक्षी बन गया है राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन। सारी बुराइयों की जड़ सबसिडी ही है। छोड़ दीजिये उस अंतिम आदमी को बाज़ार के भरोसे और मुकर जाइए उन जिम्मेदारियों से जो एक कल्याणकारी राज्य की मानी जातीं है। 

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